गेहू: केवल स्टार्च और ग्लूटेन: खाना चाहिए या नही?
गेहू मे अब केवल स्टार्च और ग्लूटेन है! समझते है कैसे!
ये दोनो ही गेहू का अभिन्न हिस्सा है! तो क्या हुआ, हम इन्से इतना घबरा क्यू रहे है? और क्यू सब आजकल इन्की इतनी बाते करते है? क्यू कई लोग आजकल ग्लूटन-मुक्त खाने की बात करते है?
हम तो पुरखो के ज़माने से गेहू खाया है, तो तब गेहू और आज के गेहू मे क्या फ़रक है?
आज का आधुनिक गेहू बहुत अलग है! आज का गेहू जो है, "ग्रीन रेवोल्यूशन" की वजह से उस्मे वैग्यानिक द्वारा बहुत सारे "जेनेटिक परिवर्तन" लाए गए है!
इस्के कारण हमारे शरीर मे बहुत सारी बीमारिया क प्रवेश हो गया है!
ध्यान देने वाली बात है: २ ब्रेड के पीस २ टबलस्पून चम्मच से ज्यादा शक्कर हमारे खून मे बढाती है!
आधुनिक गेहू खाने से, केवल मोटापा ही नही बढता, बल्की डाइबिटीज़ और दिल की बीमारिया भी या तो शुरू हो जाती है या जिन्को ये बीमारिया है, उन्की बीमारिया बढ जायेन्गी!
आपका फ़ैसला है, आपकी तबियत है!
अगर आपको डायबिटीस है, कन्ट्रोल मे नही है, आपको चिन्ता है,
अपोइन्ट्मेन्ट के लिए ईमेल करिए:
DR.VIDUSHI.AGRAWAL@GMAIL.COM
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